Potato Farming: देशभर के किसान आलू की बुवाई करने में जुटे हैं। किसी भी फसल की सही समय पर की गई बुवाई से किसानों को अच्छा उत्पादन मिल सकता है। इस बीच आलू प्रौद्योगिकी केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. जितेंद्र ने आलू की खेती करने वाले किसानों को कई सुझाव दिए हैं। जानिए विस्तार से…
पटना, बिहार
Potato Farming: आलू की पैदावार बढ़ाने के लिए बिहार सरकार उद्यान निदेशालय (Bihar Government Horticulture Directorate) और कृषि विभाग (Agriculture Department) ने आलू के प्रोसेसिंग के लिए कुफरी चिप्सोना-1 किस्म (Kufri Chipsona 1 Potato) के उत्पादन (Production) के लिए किसानों को सब्सिडी (Subsidy) दी जा रही है। बिहार सरकार ने आलू की खेती करने वाले किसानों को कुफरी चिप्सोना-1 किस्म (Potato Farming) को बढ़ावा देने के लिए 7 जिलों का चयन किया है।
Potato Farming: किसानों को कुफरी चिप्सोना बीज दे रहे (Giving Kufri Chipsona seeds to farmers)
बिहार के कृषि सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने कहा कि विभाग की ओर से आलू के कमर्शियल किस्म के उत्पादन को बढ़ावा दिया जा रहा है। राज्य में प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना से आलू के प्रसंस्कृत किस्म की मांग को देखते हुए किसानों को आलू के कुफरी चिप्सोना किस्म के बीज समय पर उपलब्ध कराने के साथ-साथ उन्हें प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।
Potato Farming: Kufri Chipsona-1 variety के उत्पादन को बढ़ावा Promotion of production
बिहार सरकार उद्यान निदेशालय और कृषि विभाग की ओर से आलू के प्रोसेसिंग के लिए उपयुक्त कुफरी चिप्सोना-1 किस्म (Kufri Chipsona 1 Potato) के उत्पादन बढ़ावा के लिए राज्य के 7 जिलों का चयन किया है। बिहार सरकार की ओर से पटना, नालंदा, गया, सारण, समस्तीपुर, वैशाली और औरंगाबाद जिले का चयन किया गया है। सरकार ने इस सल 150 हेक्टेयर में कुफरी चिप्सोना-1 के उत्पादन का लक्ष्य है। इसके लिए बिहार राज्य बीज निगम की ओर से किसानों को बीज की आपूर्ति करेगा। इसके लिए किसानों को ये बीज 75 फीसदी अनुदान पर दिए जाएंगे।
कुफरी चिप्सोना-1 आलू की मांग बढ़ी (Demand for Kufri Chipsona-1 potato increased)
बिहार में आलू की प्रोसेसिंग यूनिट लगने से आलू की कुफरी चिप्सोना-1 किस्म की मांग बढ़ी है। इसके लिए किसानों को समय पर बीज उपलब्ध कराने के साथ किसानों को प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। इसके लिए गया और नालंदा जिले में कुफरी चिप्सोना की बुआई शुरू हो गई है। गया जिले में 30 हेक्टेयर जमीन में कुफरी चिप्सोना किस्म के आलू की बुवाई की जाएगी। आलू का उत्पादन अच्छा हो तो इसका लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
कुफरी चिप्सोना-1 आलू की खासियतें (Features of Kufri Chipsona-1 potato)
आलू की कुफरी चिप्सोना-1 की खेती से पैदावार अधिक मिलती है। आलू की कुफरी चिप्सोना की फसल 110-120 दिनों में तैयार हो जाती है। आलू की इस किस्म की पैदावार करीब 300 से 350 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक मिलती है। ये आलू की किस्म पिछेता झुलसा रोग प्रतिरोधी भी है। पौधों में रोग लगने की संभावना भी बेहद कम रहती है। आलू की इस किस्म की भंडारण क्षमता भी अधिक होती है।
प्रति हेक्टेयर लागत (Cost per hectare)
बिहार सरकार की मानें तो बाजार में इसकी कीमत अन्य आलू के मुकाबले अधिक होती है। आलू की किस्म चिप्स बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। कुफरी चिप्सोना-1 आलू की खेती के लिए प्रति हेक्टेयर 1,25,150 रुपये बीज की लागत तय की गई है। बिहार सरकार की ओर से 93,863 रुपये अनुदान दिया जा रहा है। जबकि, बाकी किसानों को लगाना होगा। प्रति हेक्टेयर 30 क्विंटल बीज किसानों को मिलेगा।
Kufri Chipsona-1 variety
आकार (Shape): आलू आमतौर पर अंडाकार से आयताकार आकार के होते हैं, जिनका रंग एक समान होता है।
त्वचा (Skin): उनकी त्वचा चिकनी होती है, जो आमतौर पर पतली और हल्के भूरे से हल्के पीले रंग की होती है। त्वचा की बनावट आसान सफाई और प्रसंस्करण की सुविधा प्रदान करती है।
आँखें (Eyes): आँखें उथली होती हैं, जिससे कंद कुछ अन्य आलू किस्मों की तुलना में अपेक्षाकृत चिकनी सतह देते हैं।
मांस: कुफरी चिप्सोना 1 आलू में सफेद मांस होता है, जो बनावट में दृढ़ और चिकना होता है।
आकार: कंद का आकार अलग-अलग हो सकता है, लेकिन मध्यम से बड़ा होता है।
शुष्क पदार्थ सामग्री (Dry Matter Content) : कुफरी चिप्सोना 1 की प्रमुख विशेषताओं में से एक इसकी उच्च शुष्क पदार्थ सामग्री है। यह विशेषता कुरकुरे और स्वादिष्ट चिप्स बनाने के लिए आवश्यक है, जो इसे प्रसंस्करण उद्योग के लिए अत्यधिक वांछनीय बनाती है।
खाना पकाने की गुणवत्ता (Cooking Quality): आलू अपनी अच्छी खाना पकाने की गुणवत्ता के लिए जाने जाते हैं, उबालने, तलने या बेक करने पर भी अपना आकार और बनावट अच्छी तरह से बनाए रखते हैं।
उपज (Yield): उनमें आमतौर पर उच्च उपज क्षमता होती है, जो उन्हें किसानों के लिए आर्थिक रूप से मूल्यवान बनाती है।
अनुकूलनशीलता (Adaptability): कुफरी चिप्सोना 1 विभिन्न बढ़ती परिस्थितियों के लिए अनुकूलनीय है, जिससे यह विभिन्न क्षेत्रों में खेती के लिए उपयुक्त है।
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