Namo Drone Didi Scheme के परिचालन के लिए केंद्र सरकार ने दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। जिसके चलते अब इस योजना में महिला स्वयं सहायता समूहों (SHGs) को ड्रोन खरीद पर 80 फीसदी तक सब्सिडी मिलेगी। इसके साथ ही स्प्रे असेंबली, बैटरी सेट और ट्रेनिंग सहित पूरी सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। इसके अलावा इसमें कृषि अवसंरचना कोष (AIF) के तहत 3 फीसदी ब्याज छूट के साथ ऋण का भी प्रावधान किया गया है।
New Delhi, KisanVoice Desk
Namo Drone Didi Scheme: दीपावली पर केंद्र सरकार (Central Government) शुक्रवार को ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं के लिए एक तोहफा लेकर आई। केंद्र सरकार ने दीपावली (Diwali) पर अपनी बहुचर्चित नमो ड्रोन दीदी योजना (Namo Drone Didi Scheme) की गाइडलाइन (Guidelines) जारी कर दी है। जिसमें सरकार ने डीएवाई-एनआरएलएम (DAY-NRLM) के तहत महिला स्वयं सहायता समूहों (Women Self Help Groups) को ड्रोन उपलब्ध कराने की एक गाइडलाइन जारी की है। जिसके तहत सरकार इस पूरी योजना पर 1261 करोड़ रुपये के परिव्यय करेंगी। केंद्र सरकार ने इसके साथ ही अपनी ‘नमो ड्रोन दीदी’ योजना (Namo Drone Didi Scheme) को मंजूरी (Approved) दी है।
केंद्र सरकार की ‘नमो ड्रोन दीदी’ योजना में सत्र 2024-25 से 2025-26 की अवधि में 14,500 चयनित महिला स्वयं सहायता समूहों (SHGs) को कृषि में तरल उर्वरकों (Liquid Fertilizers) और कीटनाशकों (Pesticides) के उपयोग जैसे उद्देश्यों के लिए ड्रोन उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा है। जिसमें समूह से जुड़ी महिला सदस्य ड्रोन की सुविधा किसानों को किराये पर प्रदान करेंगी। कृषि और किसान कल्याण विभाग (Department of Agriculture and Farmers Welfare) ने Namo Drone Didi Scheme के परिचालन दिशा-निर्देश जारी किए हैं। जिसमें सभी हितधारकों से अनुरोध किया गया है कि वे ‘नमो ड्रोन दीदी’ (Namo Drone Didi Scheme) योजना के शीघ्र क्रियान्वयन को सुनिश्चित करें। इसके लिए परिचालन दिशा-निर्देशों का सार्थक रूप से पालन करें।
Namo Drone Didi Scheme इसलिए बेहद खास (very special because)
बता दें कि केंद्र सरकार स्तर पर कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, उर्वरक विभाग, नागरिक उड्डयन मंत्रालय और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के सचिवों की अधिकार प्राप्त समिति के निर्देशों पर Namo Drone Didi Scheme बनाई गई। जिसमें ग्रामीण विकास विभाग के अपर सचिव की अध्यक्षता वाली कार्यान्वयन एवं निगरानी समिति, योजना की प्रभावी योजना, कार्यान्वयन एवं निगरानी करेगी तथा योजना के कार्यान्वयन से सम्बंधित सभी तकनीकी मामलों में समग्र सलाह एवं मार्गदर्शन प्रदान करेगी। इसमें सभी हितधारकों का प्रतिनिधित्व होगा।
सर्विस के साथ पैकेज में मिलेगा ड्रोन सेट (Drone set will be available in package with service)
‘नमो ड्रोन दीदी’ योजना में सिर्फ ड्रोन अकेला नहीं, बल्कि पैकेज के रूप में किसानों को ड्रोन दिया जाएगा। जिसमें लिक्विड खादों और कीटनाशकों के छिड़काव के लिए स्प्रे सिस्टम के साथ बेसिक ड्रोन, ड्रोन को रखने का बॉक्स, बैटरी सेट, नीचे की ओर फोकस कैमरा, डबल चैनल वाला फास्ट बैटरी चार्जर, बैटरी चार्जर हब, एनीमोमीटर, पीएच मीटर और सभी चीजों पर एक साल की ऑनसाइट वारंटी शामिल की गई है। इसके साथ ही इस पैकेज में चार एक्स्ट्रा बैटरी सेट, एक अतिरिक्त प्रोपेलर सेट (हर सेट में छह प्रोपेलर होते हैं), नोजल सेट, डुअल चैनल फास्ट बैटरी चार्जर, बैटरी चार्जर हब, ड्रोन पायलट और ड्रोन सहायक के लिए 15 दिन की ट्रेनिंग, एक साल का बीमा, दो साल का वार्षिक रखरखाव कांट्रेक्ट और लागू जीएसटी भी शामिल किया गया है। बैटरी के एक्स्ट्रा सेट से ड्रोन लगातार लंबे समय तक उड़ाया जा सकेगा। एक दिन में ड्रोन से आसानी से अधिकतम 20 एकड़ खेत में छिड़काव किया जा सकेगा।
ड्रोन पायलट को 15 दिन की मिलेगी ट्रेनिंग (Drone pilot will get 15 days training)
‘नमो ड्रोन दीदी’ योजना पैकेज के तहत महिला स्वयं सहायता समूहों (self-help groups) के सदस्यों में से एक महिला को 15 दिन की ट्रेनिंग भी दी जाएगी। ‘नमो ड्रोन दीदी’ योजना में इस ट्रेनिंग में ड्रोन पायलट ट्रेनिंग (Drone Pilot Training) में पोषक तत्व, कीटनाशक के कम प्रयोग करने जैसी बातों के बारे में आसान भाषा में जानकारी दी जाएगी। इसके साथ ही ड्रोन के बिजली के सामान की मरम्मत, फिटिंग और यांत्रिक कार्यों में रुचि रखने वाले स्वयं सहायता समूह के अन्य सदस्यों को ड्रोन सहायक के रूप में भी ट्रेनिंग दी जाएगी। इसमें ड्रोन निर्माता चलाने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम के अनुसार ड्रोन की आपूर्ति के साथ-साथ ट्रेनिंग भी एक पैकेज के रूप में दिया करेंगे। इस योजना के बारे में तमाम जानकारी जैसे ड्रोन का वितरण, निगरानी, फंड बांटने जैसी तमाम सुविधाएं और ड्रोन पोर्टल पर उपलब्ध की जाएगी। पोर्टल हर ड्रोन के ऑपरेशन को ट्रैक करेगा और ड्रोन के उपयोग पर लाइव अपडेट भी लिया जा सकेगा।
गाइडलाइन में क्या है खास ? (What is special in the guideline?)
- ‘नमो ड्रोन दीदी’ योजना के तहत ड्रोन, सहायक उपकरण तथा सहायक शुल्क की लागत का 80 प्रतिशत केंद्रीय वित्तीय सहायता के रूप में अधिकतम आठ लाख रुपये तक की राशि महिला स्वयं सहायता समूहों को पैकेज के रूप में मिलेगी। जिससे ही स्वंय सहायता समूह ड्रोन की खरीद सकेंगे।
- स्वयं सहायता समूहों और स्वयं सहायता समूहों के क्लस्टर स्तरीय संघ खरीद की कुल लागत में से सब्सिडी घटाकर तय राशि (सीएलएफ) राष्ट्रीय कृषि अवसंरचना वित्तपोषण सुविधा (एआईएफ) के अंतर्गत ऋण ले सकते हैं। सीएलएफ/एसएचजी को एआईएफ ऋण पर 3 प्रतिशत की दर से ब्याज सहायता प्रदान की जाएगी।
सीएलएफ/एसएचजी के लिए ग्रामीण विकास मंत्रालय के अन्य स्रोतों/कार्यक्रमों/योजनाओं से ऋण प्राप्त करने का विकल्प भी होगा। - ‘नमो ड्रोन दीदी’ योजना के न केवल ड्रोन बल्कि पैकेज के रूप में ड्रोन की आपूर्ति की जाएगी। पैकेज में तरल उर्वरकों और कीटनाशकों के छिड़काव के लिए स्प्रे तंत्र के साथ बेसिक ड्रोन, ड्रोन को रखने का डिब्बा, मानक बैटरी सेट, नीचे की ओर फोकस कैमरा, दोहरे चैनल वाला फास्ट बैटरी चार्जर, बैटरी चार्जर हब, एनीमोमीटर, पीएच मीटर और सभी वस्तुओं पर एक साल की ऑनसाइट वारंटी शामिल होगी।
‘नमो ड्रोन दीदी’ योजना में और क्या खास है? (What else is special in ‘Namo Drone Didi’ scheme?)
- ‘नमो ड्रोन दीदी’ योजना के तहत पैकेज में चार अतिरिक्त बैटरी सेट, एक अतिरिक्त प्रोपेलर सेट (प्रत्येक सेट में छह प्रोपेलर होते हैं), नोजल सेट, डुअल चैनल फास्ट बैटरी चार्जर, बैटरी चार्जर हब, ड्रोन पायलट और ड्रोन सहायक के लिए 15 दिन का प्रशिक्षण, एक साल का व्यापक बीमा, दो साल का वार्षिक रखरखाव अनुबंध और लागू जीएसटी भी शामिल है। बैटरी के अतिरिक्त सेट से ड्रोन की निरंतर उड़ान सुनिश्चित होगी, एक दिन में ये ड्रॉन आसानी से 20 एकड़ की दूरी तय कर सकता है।
- ‘नमो ड्रोन दीदी’ योजना में महिला स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों में से एक को 15 दिन के प्रशिक्षण के लिए चुना जाएगा। अनिवार्य ड्रोन पायलट प्रशिक्षण और पोषक तत्व तथा कीटनाशक अनुप्रयोग के कृषि उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए अतिरिक्त प्रशिक्षण शामिल है। बिजली के सामान की मरम्मत, फिटिंग और यांत्रिक कार्यों में रुचि रखने वाले स्वयं सहायता समूह के अन्य सदस्यों को ड्रोन सहायक के रूप में प्रशिक्षित किया जाएगा। ड्रोन निर्माता परिचालन दिशानिर्देशों में बताए गए प्रशिक्षण कार्यक्रम के अनुसार ड्रोन की आपूर्ति के साथ-साथ ये प्रशिक्षण एक पैकेज के रूप में प्रदान करेंगे।
- ‘नमो ड्रोन दीदी’ योजना के तहत राज्यों के लिए जिम्मेदार प्रमुख उर्वरक कंपनियां (एलएफसी) राज्य स्तर पर योजना का कार्यान्वयन करेंगी। वे राज्य विभागों, ड्रोन निर्माताओं, स्वयं सहायता समूहों/स्वयं सहायता समूहों के क्लस्टर स्तरीय संघों और किसानों तथा लाभार्थियों के साथ आवश्यक समन्वय स्थापित करेंगी। एलएफसी द्वारा ड्रोन, निष्पक्ष और पारदर्शी प्रक्रिया के माध्यम से खरीदे जाएंगे और ड्रोन का स्वामित्व स्वयं सहायता समूहों या स्वयं सहायता समूहों के सीएलएफ के पास रखा जाएगा।
- ‘नमो ड्रोन दीदी’ योजना की सफलता, कृषि सेवाएं प्रदान करने के लिए ड्रोन की मांग वाले क्षेत्र/क्लस्टर और एसएचजी समूह के उचित चयन पर निर्भर करता है। कृषि में ड्रोन का उपयोग अभी शुरुआती चरण में है। इसलिए राज्य इन गतिविधियों का बारीकी से निगरानी करेंगे। महिला एसएचजी को सहायता प्रदान करेंगे। इसके साथ ही उन्हें एक वर्ष में कम से कम 2000 से 2500 एकड़ क्षेत्र को कवर करने के लिए व्यवसाय शुरू करने में मदद करेंगे। कृषि के राज्य विभागों और डीएवाई-एनआरएलएम के राज्य मिशन निदेशकों के बीच मजबूत तालमेल होगा और वे राज्य स्तरीय समिति की मदद से जमीनी स्तर पर सफल कार्यान्वयन के लिए योजना चलाएंगे।
- ‘नमो ड्रोन दीदी’ योजना की प्रभावी निगरानी आईटी आधारित प्रबंधन सूचना प्रणाली (एमआईएस) यानी ड्रोन पोर्टल के माध्यम से की जाएगी जो सेवा वितरण और निगरानी, धन प्रवाह और धन के वितरण के लिए एंड-टू-एंड सॉफ्टवेयर के रूप में कार्य करेगा। पोर्टल प्रत्येक ड्रोन के संचालन को भी ट्रैक करेगा और ड्रोन के उपयोग पर लाइव जानकारी प्रदान करेगा।
- ‘नमो ड्रोन दीदी’ योजना के तहत पहले से स्वयं सहायता समूहों को स्थायी व्यवसाय और आजीविका मिलेगी। जिससे वे अपने लिए अतिरिक्त आय अर्जित करने में सक्षम होंगे। यह योजना किसानों के लाभ के लिए बेहतर दक्षता, फसल की बढ़ी पैदावार और कम संचालन लागत के लिए कृषि में उन्नत प्रौद्योगिकी को शामिल करने में मदद करेगी।
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