Farmer Protest: बीते 20 दिन से आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने अनशन तोड़ने से इनकार कर दिया। किसान आज देश में ट्रैक्टर मार्च करेंगे। आइए, जानते हैं।
पटियाला / अंबाला / नई दिल्ली।
Farmer Protest: पंजाब से लगती हरियाणा की सीमा यानी शंभू बॉर्डर (Shambhu Border) पर बैठे हैं। शनिवार को दिल्ली की ओर बढ़ रहे किसानों के जत्था को पुलिस ने रोका और किसानों को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षाकर्मियों ने आंसू गैस (tear gas shells) के गोले छोड़े और पानी की बौछारों (water cannons) मारी। जिससे किसान घायल हो गए। इसलिए, किसानों ने ‘दिल्ली चलो’ (Dilli Chalo) का ऐलान एक दिन के लिए स्थगित कर दिया। अब किसान संगठनों (Farmer Organizations) ने 16 दिसंबर को पंजाब के अलावा अन्य राज्यों में ‘ट्रैक्टर मार्च’ (Tractor March) निकालेंगे। सावधान ! ट्रैक्टर लेकर किसान आ रहे। इसके साथ किसानों ने 18 दिंबसर को पंजाब में ‘रेल रोको’ (Rail Roko)आंदोलन का ऐलान किया।
बता दें कि किसान फसलों पर एमएसपी की कानूनी गारंटी समेत कई मांगों को लेकर पिछले 20 दिन से आमरण अनशन पर बैठे है। धरने पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल से मिलने रविवार को पंजाब के डीजीपी गौरव यादव, केंद्र से डायरेक्टर होम अफेयर्स मयंक मिश्रा, पटियाला रेंज के डीआईजी मनदीप सिंह सिद्धू, पटियाला के एसएसपी डॉ. नानक सिंह समेत अन्य अधिकारी खनौरी बॉर्डर पहुंचे। जहां पर डल्लेवाल से मुलाकात के बाद अधिकारियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
Farmer Protest: आज देश भर में किसान निकालेंगे ट्रैक्टर मार्च (Farmers will take out tractor march across the country today)
किसानों की ओर से पंजाब को छोड़कर देश के अन्य राज्यों में सोमवार यानी 16 दिसंबर को ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे। इसके बाद डल्लेवाल की ओर से राष्ट्रपति को लिखी चिट्ठी की कापियां भी जिला अधिकारियों को सौंपी जाएंगी। इसके साथ ही किसान नेताओंने बुधवार को सिर्फ पंजाब में दोपहर 12 से तीन बजे तक ट्रेनें रोकने का ऐलान किया है।
Farmer Protest: शंभू बार्डर पर किसान ने निगला जहर
पंजाब के किसानों की दिल्ली कूच करने के दौरान हरियाणा पुलिस ने झड़प हो गई। किसानों को खदेड़ने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे व वाटर कैनन का भी प्रयोग किया। जिसमें 10 किसान घायल हुए। करीब 2 घंटे बाद यानी 2 बजे दिल्ली मार्च को टालते हुए किसानों के जत्थे को वापस बुला लिया गया। इस बीच शंभू बॉर्डर पर किसान ने आत्महत्या की कोशिश की। किसान नेता तेजवीर सिंह ने कहा कि लुधियाना के खन्ना के किसान ने जोध सिंह ने सल्फास निगला है। गंभीर हालत के चलते उन्हें पटियाला के राजेंद्र अस्पताल रेफर कर दिया जहां उसका इलाज चल रहा है।
Farmer Protest: डल्लेवाल को इमरजेंसी चिकित्सा सेवा की सुविधा मिलेगी (Dallewal will get emergency medical service)
पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर केंद्र व पंजाब के अधिकारियों ने डल्लेवाल से अपील की कि वे अनशन खत्म करें। उनकी तबियत खराब हो रही है। उनकी जान बेशकीमती है। डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देश के मुताबिक डल्लेवाल को इमरजेंसी चिकित्सा सेवाएं मुहैया कराने के लिए मेडिकल उपकरणों से लैस एंबुलेंस उपलब्ध कराई गई हैं।
Farmer Protest: डल्लेवाल का अनशन खत्म करने से इनकार (Dallewal refuses to end fast)
पंजाब के डायरेक्टर होम अफेयर्स मयंक मिश्रा ने कहा कि किसानों की मांगें सुनी हैं। उम्मीद है कि बातचीत के जरिये किसानों की मांगों का हल निकल सकेगा। इस दिशा में पंजाब सरकार की तरफ से भी पूरी कोशिश है। फिलहाल केंद्र से किसी तरह का कोई प्रस्ताव नहीं है। अधिकारियों और डल्लेवाल की मुलाकात के संबंध में किसान नेता अभिमन्यू कोहाड़ ने बताया कि डल्लेवाल ने अनशन खत्म करने के लिए इनकार कर दिया है।
Farmer Protest: विनेश फोगाट और डॉ. धर्मवीर गांधी मिले (Vinesh Phogat and Dr. Dharamvir met)
किसान नेता अभिमन्यू कोहाड़ ने बताया कि साफ शब्दों में कहा है कि हमारे नेता डल्लेवाल की उनकी चिंता करने के बजाय बातचीत करके किसानों की मांगों को हल करवाएं। सिर्फ यही तरीका है। जिससे ही उनका आमरण अनशन खत्म करवाया जा सकता है। पटियाला से सांसद डा. धर्मवीर गांधी और महिला पहलवान व कांग्रेस की विधायक विनेश फोगाट भी रविवार को खनौरी बॉर्डर पर डल्लेवाल से मिलने पहुंचे। उन्होंने भी केंद्र सरकार से किसानों की मांगों को जल्द हल करने की मांग की।
Farmer Protest: किसान जत्थेबंदियां एक होकर लड़तीं, तो बात कुछ और होती : चढ़ूनी
किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी भी रविवार को डल्लेवाल का हाल जानने खनौरी बॉर्डर पहुंचे। किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने मीडिया से रूबरू होने पर कहा कि अगर इस आंदोलन की शुरुआत से ही किसान जत्थेबंदियां एक होकर लड़ती, तो आज बात कुछ और होती। जरूरत है कि सभी जत्थेबंदियों के एक मंच पर इकट्ठा हों। फिलहाल आंदोलन केवल पंजाब में हो रहा है। इसलिए भी केंद्र सरकार हमारे आंदोलन को हल्के में ले रही है। किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा कि किसानों की मांगें जायज हैं। केंद्र और राज्य सरकार को किसानों से बातचीत करे। जिससे किसानों की मांग और समस्याओं के समाधान का हल किया जाना चाहिए।
Farmer Protest: दिल्ली कूच के तीन प्रयास किये (Made three attempts to march to Delhi)
दरअसल, संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) के बैनर तले किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के लिए कानूनी गारंटी सहित विभिन्न मांगों को लेकर धरने पर बैठें हैं। किसानों की मांग है कि केंद्र सरकार उनकी मुद्दे और मांग का समाधान नहीं कर रही हैं। इतना ही नहीं, केंद्र सरकार बातचीत भी नहीं कर रही है। अपनी मांगों को लेकर शनिवार को किसानों का दिल्ली कूच का तीसरा प्रयास था। जो पूरा नहीं हुआ। पहले किसानों ने दिल्ली कूच छह दिसंबर को और आठ दिसंबर को और 14 दिसंबर को तीसरी बार दिल्ली कूच का प्रयास किया था। लेकिन हरियाणा में सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें आगे बढ़ने की अनुमति नहीं दी थी।
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