Divisional Rabi Productivity Seminar: आगरा में कृषि उत्पादन आयुक्त मोनिका एस गर्ग की अध्यक्षता में फतेहाबाद रोड स्थित केएनसीसी सेंटर में मंडलीय उत्पादकता गोष्ठी हुई। ये आगरा, अलीगढ़ और बरेली मंडल की मण्डलीय रबी उत्पादकता गोष्ठी 2024-25 थी। गोष्ठी में सरकार की ओर से चलाई जा रही फूड प्रोसेसिंग से संबंधित कई योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई। आलू का आयात/निर्यात करने के लिए सर्टिफिकेशन और एयर कार्गो की सुविधा आगरा से शुरू की जाए इस पर चर्चा हुई।
आगरा, उत्तर प्रदेश
Divisional Rabi Productivity Seminar: आगरा में कृषि उत्पादन आयुक्त मोनिका एस गर्ग की अध्यक्षता में शनिवार को फतेहाबाद रोड स्थित केएनसीसी सेंटर में मण्डलीय रबी उत्पादकता गोष्ठी 2024-25 (Divisional Rabi Productivity Seminar 2024-25) हुई. ये आगरा (Agra), अलीगढ़ ( Aligarh) , और बरेली (Bareilly) मंडल की रही. जिसमें डीएपी की कालाबाजारी को लेकर प्रदेश में सबसे ज्यादा मुकदमा दर्ज कराने वाले आगरा में शनिवार को प्रमुख सचिव कृषि रविंद्र (Agriculture Principal Secretary Ravindra) भी पहुंचे। उन्होंने यहां मंडलीय रबी गोष्ठी में किसानों की बातें सुनीं और उन्हें विभाग और सरकार की योजनाएं गिनाईं। प्रमुख सचिव ने कहा कि खाद का मतलब केवल डीएपी (DAP) नहीं है, एनपीके (NPK) एवं अन्य फॉस्फेटिक (Phosphatic) उर्वरक भी हैं। जितनी रासायनिक खाद डालोगे उतनी जमीन खराब होगी। इसलिए मृदा परीक्षण (Soil Testing) के बाद ही निर्धारित डोज का फसलों में प्रयोग करें।
प्रमुख सचिव कृषि रविंद्र (Principal Secretary Agriculture Ravindra) ने किसानों से अनुरोध करते हुए कहा कि प्रदेश में खाद की कोई कमी नहीं है। बात करें आगरा, अलीगढ़ और बरेली मंडल की तो यहां पिछले साल की तुलना में खाद का वितरण और उपलब्धता ज्यादा ही है। प्रमुख सचिव रविंद्र ने कहा कि कॉपरेटिव को मिले खाद की बात कर रहा हूं। अलीगढ़ मंडल में पिछले साल अक्टूबर महीने में 11038 मीट्रिक टन खाद (फॉस्फेटिक) किसानों में वितरण हुआ था, जबकि अभी 11063 मीट्रिक टन का कॉपरेटिव को मिल चुका है, जिसका किसानों में वितरण किया गया है। अभी 4948 मीट्रिक टन बफर (स्टॉक) में रखा हुआ है। इसी तरह आगरा मंडल में पिछले साल अक्टूबर महीने में 17933 मीट्रिक टन खाद का वितरण हुआ था, जबकि इस साल अक्टूबर महीने में 18569 मीट्रिक टन खाद की उपलब्धता रही। समितियों पर जाने बाद भी बफर में 3499 मीट्रिक टन खाद रखी हुई है। उन्होंने कहा कि बरेली मंडल में खाद की ज्यादा डिमांड नहीं रहती है, लेकिन वहां भी बफर में अभी 639 मीट्रिक टन खाद रखा हुआ है।
प्रमुख सचिव ने किसानों से कहा है कि पोश मशीन से खाद बेचा जाता है। डीएपी खाद को भारत सरकार दूसरे देशों से मंगवाती है। एनपीके खाद फसलों के लिए एक संतुलित खाद है, जिससे कम लागत में किसान फसलों से अच्छी पैदावार ले सकते हैं। रासायनिक खाद का प्रयोग इसी तरह होता रहा तो आने वाले समय में खेतों की मिट्टी ज्यादा खराब हो जाएगी। किसान रासायनिक खाद का प्रयोग कम करके जैविक, कंपोस्ट, वर्मी, गोबर और हरी खाद का प्रयोग बढ़ाएं।
होल्डिंग तो नहीं हो रही डीएपी
प्रमुख सचिव कृषि रविंद्र ने अधिकारियों से कहा कि अपने-अपने जिले में देखें कि कहीं डीएपी होल्डिंग तो नहीं हो रही है। कहीं भी ऐसा होते मिले तो तत्काल कार्रवाई करें। किसानों से फीडबैक लें, जिससे समय रहते होल्डिंग को रोका जा सके।
मोटे अनाज से बने उत्पादों की स्टॉल देखी (Saw the stall of products made from coarse grains)
आगरा, अलीगढ़ और बरेली मण्डल की रबी उत्पादकता गोष्ठी में मोटे अनाज से बने उत्पादों की स्टॉल लगी। कृषि उत्पादन आयुक्त महोदया ने कृषि विभाग अनुदान योजना के तहत किसानों को ट्रैक्टर, रोटावेटर की चाबी प्रदान कर लाभार्थी को लाभान्वित किया गया। इसके बाद कृषि उत्पादन आयुक्त, अपर मुख्य सचिव (उद्यान), प्रमुख सचिव कृषि, मण्डलायुक्त आगरा रितु माहेश्वरी, मंडालायुक्त अलीगढ़ चेत्रा वी और मंडलायुक्त सौम्या अग्रवाल के साथ ही आगरा जिलाधिकारी अरविंदअरविंद मलप्पा बंगारी ने दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
कृषि, सिंचाई, जल संरक्षण तथा आधुनिक कृषि क्षेत्र की योजना (Agriculture, irrigation, water conservation and modern agriculture sector scheme)
कृषि उत्पादन आयुक्त मोनिका एस गर्ग ने कहा कि आगरा, अलीगढ़ और बरेली मंडल में सबसे ज्यादा प्रगतिशील किसान हैं। वहीं आगरा में रबी की फसल में सबसे ज्यादा खास आलू है। जिसकी मांग देश-विदेशों तक होती है। उन्हें यह जानकर प्रसन्नता हुई कि यहां के प्रगतिशील किसान अब मिलेट्स कृषि की ओर आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने किसानों से कहा कि आपको यह प्रयास करना है कि फसल का ज्यादा से ज्यादा मूल्य आपको मिले जिससे आपकी आय में वृद्धि हो, इसके लिए अच्छी गुणवत्ता और विभिन्न किस्मों की फसल के साथ यह भी जाने कि उगाये गयी फसलों से बाजार में कितने तरह के उत्पाद बनाये जा रहे हैं। इसके लिए सरकार द्वारा फूड प्रोसेसिंग से संबंधित कई योजनाएं चलायीं जा रही हैं। और किसानों को इस योजना में सब्सिडी का लाभ भी दिया जा रहा है। इसके अलावा उन्नत कृषि, सिंचाई, जल संरक्षण तथा आधुनिक कृषि क्षेत्र में कई योजनाओं में किसानों को सब्सिडी से लाभान्वित किया जा रहा है। इसकी जानकारी लेने हेतु जनपदीय कृषि विभाग कार्यालय पर या संबंधित अधिकारियों से सम्पर्क करें। सरकार ने किसानों की दुगुनी आय का जो लक्ष्य निर्धारित कर रखा है यह तभी संभव है जब किसान कृषि करने के तौर तरीके में बदलाव लाये। गोष्ठी में मौजूद किसानों की उत्सकता इस बात का संकेत है कि वे अपने कृषि को उन्नत बनाने के लिए प्रयासरत है और कृषि विभाग एवं प्रदेश सरकार भी उनका हर कदम पर साथ देगी।
मण्डलायुक्त रितु माहेश्वरी ने अपने उद्बोधन में कृषि उत्पादन आयुक्त मोनिका एस गर्ग जी, मंचासीन अतिथियों और गोष्ठी में आये किसानों का स्वागत अभिवादन किया। कृषि क्षेत्र में आगरा मण्डल की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि विगत वर्ष में रबी फसल में निर्धारित लक्ष्य से भी ज्यादा उत्पादन और उत्पादकता में वृद्धि हुई। विशेष रूप से आगरा मण्डल में आलू-गेहूं में रिकॉर्ड उत्पादन हुआ। किसान अब मिलेट्स की खेती पर भी ध्यान दे रहे हैं। वर्तमान में खाद, बीज और सिंचाई के सभी साधन किसानों को सुगमता से मिल सके इसके लिए मण्डलीय अधिकरियों को सुपरविजन में लगाया गया है। किसान दिवस पर भी किसानों और किसान संगठनों से बात कर उनकी समस्याओं का निराकरण किया जा रहा है। मण्डलायुक्त रितु माहेश्वरी ने कृषि और कृषकों को आ रही चुनौतियों और समस्याओं से भी कृषि उत्पादन आयुक्त को अवगत कराया। कहा कि निराकरण कराने की अपेक्षा की कि किसानों को नैनो डीएपी का प्रयोग करने में समस्या आ रही है इसके निदान हेतु ड्रोन की संख्या में बढ़ोत्तरी की जाए। आलू का आयात/निर्यात करने हेतु सर्टिफिकेशन और एयर कार्गो की सुविधा आगरा से शुरू की जाए। अन्तर्राष्ट्रीय आलू केन्द्र और मैनपुरी स्थित कृषि विज्ञान केन्द्र का निर्माण कार्य शुरू कराने हेतु स्वीकृत धनराशि जारी कर दी जाए। मिलेट्स उत्पादन को बढ़ाने हेतु एक प्रशिक्षण केन्द्र भी आगरा मण्डल में शुरू किया जाए।
मंडलायुक्त बरेली सौम्या अग्रवाल ने संबोधन मे बताया कि मंडल ने आलू की खेती बहुतायत मे की जाती है और फसल भी अच्छी होती हैं, अगर फसल का प्रमाणीकरण के लिए प्रमाणीकरण सेंटर की स्थापना हो जाए तो वहां के किसान भी आलू का एक्सपोर्ट कर सकते हैं। मंडलायुक्त अलीगढ़ मण्डल, अलीगढ़ श्रीमती चैत्रा वी द्वारा बताया गया कि उर्वरकों की पूर्ण उपलब्धता है, साथ ही उन्होंने सिंचाई की समस्या पर ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा कि नहरों की सफाई शीघ्रता से टेल तक कराई जाए, जिससे किसानों को फसल के लिए समय पर सिंचाई के लिए पानी मिल सके।
अपर मुख्य सचिव (उद्यान) उप्र शासन बीएल मीणा ने बताया कि विभागीय योजनाओं की चर्चा की। उन्होंने ड्रिप स्प्रिंकलर सहित अन्य आधुनिक तकनीकी अपनाने की सलाह दी। इसके साथ ही साथ गोष्ठी में विशेष सचिव, ग्राम्य विकास, कृषि निदेशक, प्रबन्ध निदेशक बीज विकास निगम, निदेशक उद्यान , निदेशक पशुपालन, अपर आयुक्त एवं अपर निबन्धक, सहकारिता/कार्यकारी निदेशक पीसीएफ की ओर से अपने अपने विभागों से संचालित योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
कृषि वैज्ञानिक ने किसानों की समस्याओं को किया समाधान (Agricultural scientist solved the problems of farmers)
गोष्ठी में वैज्ञानिकगण डॉ. राजेन्द्र सिंह चौहान, डॉ. संदीप सिंह, डॉ. वाईके शर्मा, डॉ. राजवीर सिंह, डॉ. रवीन्द्र राजपूत, डॉ. रवीन्द्र राजपूत, डॉ. सुभाष शर्मा, डॉ. धर्मेन्द्र सिंह ने विभिन्न विषयों पर विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराई. कृषकों की उठायी गयी समस्यायों का निराकरण किया गया। गोष्ठी में किसान उन्नति फार्मर प्रोड्यूसर कम्पनी लि के राम बहादुर शर्मा, राजेन्द्र सिंह तथा सर्वेश देवी को उन्नत किसान के रूप में प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। इसके साथ ही कृषि विभाग द्वारा फसल सर्वे में उत्कृष्ट कार्य करने हेतु प्राविधिक सहायक राधाकृष्ण, विपिन कुमार तथा विनोद शर्मा को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के अन्त में मण्डलायुक्त आगरा और जिलाधिकारी आगरा ने आगंतुकों को प्रतीक चिन्ह भेंट किए।
ये रहे मौजूद (These were present)
मण्डलीय रबी उत्पादकता गोष्ठी 2024-25 में जिलाधिकारी आगरा अरविन्द मल्लप्पा बंगारी, मुख्य विकास अधिकारी आगरा प्रतिभा सिंह, सीडीओ कासगंज सचिन यादव, सीडीओ एटा अवधेश वाजपेयी, उप निदेशक आलू कौशल कुमार नीरज, उपनिदेशक उद्यान डॉ. धर्मपाल यादव, जिला उद्यान अधिकारी अनीता सिंह, डीजी होंमगार्ड शीलेन्द्र सिंह, उप निदेशक कृषि पुरुषोत्तम कुमार मिश्रा, जिला कृषि अधिकारी विनोद कुमार सिंह, सभी सम्बन्धित मण्डलों के समस्त मुख्य विकास अधिकारी सहित सम्बन्धित विभागों के मण्डलीय एवं जनपद स्तरीय अधिकारीगण व किसान उपस्थित रहे।
- Additional Chief Secretary (Horticulture) UP Government BL Meena
- Divisional Rabi Productivity Seminar
- IAS Ravindra
- IAS Ritu Maheshwari
- IAS Saumya Agarwal
- आधुनिक कृषि क्षेत्र की योजना
- कृषि
- कृषि उत्पादन आयुक्त मोनिका एस गर्ग
- जल संरक्षण
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