Miyazaki Mango: यूपी के चंदौली में भी अब दुनिया के सबसे महंगे आम 'मियाजाकी' (Miyazaki Mango) की खेती होगी. आचार्य नरेंद्र देव विश्वविद्यालय इस आम के प्रजाति के पौधे तैयार किए गए हैं.
चंदौली (उत्तर प्रदेश).
Miyazaki Mango: भारत की बात करें तो देश में आम की एक से बढ़कर एक करीब 1000 किस्में हैं. जिसमें दशहरी, लंगडा, चौसा, अल्फांसो (Alphonso) और केसर जैसी वैरायटी के आम (varieties of mangoes) की पूरी दुनिया दीवानी है. भारत के 30 किस्मों के आमों की डिमांड विदेशों में सबसे अधिक है. लेकिन, अपनी कीमत, रंग और मिठास के लिए जापानी मियाजाकी (Miyazaki Mango) भी भारत में खूब मशहूर हो रहा है. Miyazaki Mango की भारत में खूब डिमांड है. ऐसे में यूपी के चंदौली जिले में आचार्य नरेंद्र देव विश्वविद्यालय (Acharya Narendra Dev University in Chandauli) से संचालित कृषि विज्ञान केंद्र (Krishi Vigyan Kendra) अब मियाजाकी आम की पौध तैयार करेगा. इसके लिए विदेश से आम के बीज मंगाए गए हैं. जिनसे नर्सरी में पौध तैयार की जाएगी. जिससे चंदौली के साथ ही आसपास के जिलों में मियाजाकी आम के बाग लगाए जा सकेंगे.
बता दें कि जापान का मियाजाकी आम दुनिया में मशहूर है. जापानी मियाजाकी वैरायटी के आम का बाग मप्र के जबलपुर, बिहार के पूर्णिया, यूपी में बनारस और सहारनपुर जिले में हैं. यूपी के अन्य जिलों में भी Miyazaki Mango के पौधे लगाने में लोग दिलचस्पी ले रहे हैं.
Miyazaki Mango की खासियत (Specialty of Miyazaki Mango)
जापान के क्यूशू प्रांत (Kyushu province of Japan) के मियाजाकी क्षेत्र में ये आम उगाया जाता है. Miyazaki Mango देखने में ये आम लाल और जामुनी रंग का होता है. जो दुनिया में सबसे महंगा बिकने वाला आम है. इस वैरायटी में आम के फल का साइज बड़ा यानी वजन करीब 300 ग्राम तक होता है. ये आम अप्रैल से अगस्त के बीच होता है. इस आम जी सीजन में कीमत 2.70 लाख से 3.50 लाख रुपए प्रति किलो तक रहती है. इसके साथ ही Miyazaki Mango खाने में बेहद स्वादिष्ट और रसीला होता है. Miyazaki Mango आम के फूल भी कलरफुल होते हैं. वैज्ञानिकों का दावा है कि, Miyazaki Mango प्रजातियों के पौधे जल्दी नहीं मिलते हैं. देश की कुछ नर्सरियों में Miyazaki Mango के पौधे मिलते भी हैं. इसलिए Miyazaki Mango के पौधे भी महंगे होते है.
केवीके पालीहाउस में तैयार करेगा पौध (KVK will prepare saplings in polyhouse)
चंदौली में आचार्य नरेंद्र देव विश्वविद्यालय (Acharya Narendra Dev University in Chandauli.) से संचालित कृषि विज्ञान केंद्र (KVK) में Miyazaki प्रजातियों के आम के पौधे उपलब्ध कराएं जाएंगे. इसके लिए कृषि विज्ञान केंद्र (KVK) में करीब सात लाख रुपये की लागत से पालीहाउस (polyhouse) बनाया गया है. इस पालीहाउस में ही जल्द Miyazaki Mango के पौधे तैयार करने की प्रक्रिया शुरू होगी. जिससे अगले सीजन में जिले के लोगों को लगाने के लिए अच्छी किस्म के Miyazaki Mango के पौधे कम दामों में उपलब्ध हो सकें. जिससे केवीके की हर साल लाखों रुपये की कमाई भी होगी.
बाहर से मंगाए बीज से तैयार करेंगे पौध (seeds ordered from japan)
कृषि वैज्ञानिक मनीष कुमार सिंह बताते हैं कि, आचार्य नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय से संचालित कृषि विज्ञान केंद्र की नर्सरी में मियाजाकी Miyazaki Mango समेत आम की अन्य प्रजातियों के पौध भी तैयार की जाएगी. इसके लिए बाहर से बीज मंगाए हैं. जिनसे ही पालीहाउस में आम की पौध तैयार की जाएगी. इसके लिए विश्वविद्यालय प्रशासन को फाइल भेजी है. अगले सीजन से चंदौली के किसान भाईयों के साथ बागवानों को Miyazaki Mango की पौध मुहैया कराएंगे. इसके लिए करीब सात लाख की लागत से बने पालीहाउस में टेम्परेचर मेंटेन करके Miyazaki Mango समेत अन्य आम की वैरायटी की पौध तैयार करेंगे.
कैसे उगाया जाता है मियाजाकी आम? (How is Miyazaki mango grown?)
जापानी मियाजाकी आम की बात करें तो मुख्य रूप से जापान के मियाजाकी शहर में ही उगाए जाते हैं. जो जापान के दक्षिणी भाग में स्थित है. यहां की गर्म और धूप वाली जलवायु है. जहां पर ये आम खूब ग्रो करता है. जापानी इस आम को सूर्य का अंडा भी कहते हैं. क्योंकि, सूरज की तेज धूप और हल्की बारिश में ये पक कर एक दम बैंगनी रंग का होता है. कहें तो ये आम अप्रैल से अगस्त के बीच ही उगता है.
क्या भारत में भी इस आम को उगा सकते हैं? (Can this mango be grown in India too?)
बता दें कि भारत ही एकमात्र ऐसा देश है. जहां हर तरह की जलवायु है. इसलिए दुनिया की कोई भी फसल भारत के किसी ना किसी हिस्से में उगाई जा सकती है. हालांकि, मियाजाकी वाला मामला थोड़ा अलग है. भारतीय बागवान अपनी कमाई के लिए मियाजाकी आम के बाग लगा रहे हैं.
Miyazaki Mango में ये पोषक तत्व (nutrients in Miyazaki Mango)
कृषि वैज्ञानिकों के मुताबिक, मियाजाकी आम Miyazaki Mango मेंं 15 फीसद ज्यादा शुगर कॉन्टेंट होता है. इसके साथ ही Miyazaki Mango में एंटी ऑक्सीडेंट (anti-oxidants), बीटा-कैरोटीन (beta-carotene) और फॉलिक एसिड (folic acid) जैसे पोषक तत्व भी पाए जाते हैं. जो आंखों की रोशनी बेहतर (improving eyesight) करने में बेहद कारगर हैं. इसकी वजह से मार्केट में Miyazaki Mango महंगे बिकते हैं.
देश और विदेश में यूपी के आम बेहद रसीले (Mangoes of UP are very juicy)
भारत की बात करें तो यहां पर आम की 1000 से अधिक किस्में हैं. इनमें कोंकण का हापुस (अल्फांसो) सबसे खास है. इसके अलावा लंगड़ा, तोतापरी, केसर, हिमसागर, बंगपाली (सफेदा) नीलम, दशहरी, चौसा एवं बादामी जैसे आम भी विदेशियों को खूब भाते हैं. देश की बात करें तो उत्तर प्रदेश, बिहार, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, गुजरात और तमिलनाडु प्रमुख आम उत्पादक राज्य हैं. देश में सबसे बड़ा उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश है. जहां पर हर साल करीब 50 लाख मिट्रिक टन आम पैदा होता है.
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