आगरा (उत्तर प्रदेश).
यूपी के आगरा की स्पेशल कोर्ट एमपी-एमएलए कोर्ट (Special Court MP-MLA Court of Agra) में अभिनेत्री और भाजपा सांसद कंगना राणावत (Actress & BJP MP Kangana Ranaut) के विरुद्ध परिवाद दर्ज हुआ है. जिसमें वादी वरिष्ठ अधिवक्ता रमाशंकर शर्मा हैं. इस मामले में स्पेशल कोर्ट एमपी-एमएलए के न्यायधीश अनुज कुमार सिंह ने वादी अधिवक्ता के धारा 200 सीआरपीसी के बयान दर्ज कराने को 17 सितंबर 2024 की तारीख नियत की है. 31 अगस्त 2024 को वादी अधिवक्ता ने आगरा पुलिस कमिश्नर और न्यू आगरा थाना प्रभारी को शिकायत भेज कर अभिनेत्री व भाजपा सांसद कंगना राणावत के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी.
गौरतलब है कि फिल्म अभिनेत्री राणावत हिमाचल प्रदेश के मंडी से भाजपा सांसद हैं. उन्होंने 27 अगस्त 2024 को एक इंटरव्यू में एमएसपी एवं अन्य मांगों को लेकर आंदोलन करने वालों किसानों को लेकर टिप्पणी की थी. भाजपा सांसद कंगना राणावत ने सन 2020 और 2021 में दिल्ली बार्डर पर धरने पर बैठे किसानों के प्रति अभद्र टिप्पणी की थी. उन्होंने किसानों को हत्यारा और बलात्कारी होने का आरोप लगाया था. इतना ही नहीं, उन्होंने कहा था कि, 16 नवंबर 2021 में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के अहिंसात्मक सिद्धांत का किसानों ने मजाक उड़ाया था.
देश, किसान और महात्मा गांधी सम्मान
आगरा में राजीव गांधी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अधिवक्ता रमाशंकर शर्मा ने अभिनेत्री व भाजपा सांसद कंगना राणावत के विवादित बयान पर आपत्ति दर्ज कराने के साथ ही पुलिस से शिकायत की. जब पुलिस ने शिकायत पर मुकदमा नहीं लिखा तो अधिवक्ता ने कोर्ट में एक वाद दायर किया. जिसमें उन्होंने कहा कि मैं किसान परिवार में पैदा हुआ हूं. मैं किसान का बेटा हूं. किसान परिवार में पैदा होने की वजह से वकालत से पूर्व करीब 30 वर्ष तक कृषि कार्य किया है. मैं अपने देश, किसानों के प्रति और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के प्रति पूर्ण रूप से श्रद्धा भाव व सम्मान रखता हूं.
सांसद ने किया किसानों का अपमान
वादी अधिवक्ता रमाशंकर शर्मा का कहना है कि, हमारा भारत देश एक कृषि प्रधान देश है. देश की आबादी किसानों पर निर्भर है. किसान दिन रात खेतों में मेहनत करके अनाज, दालें, सब्जी, फल समेत अन्य पैदा करते हैं. जिससे ही देश की आबादी का पेट भरता है. अभिनेत्री व भाजपा नेता कंगना राणावत ने अगस्त 2024 को एक इंटरव्यू में धरने पर बैठने वाले देश के लाखों किसानों पर अभद्रता और अशोभनीय टिप्पणी की थी. उन्होंने धरने के दौरान हत्याएं और दुष्कर्म जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं.वाद पत्र में भाजपा सांसद कंगना राणावत ने देश के करोड़ों किसानों एवं स्वयं किसान पुत्र वादी अधिवक्ता तथा राष्ट्रपति महात्मा गांधी के प्रति अमर्यादित टिप्पणी की है. जो संपूर्ण देश की जनता का अपमान है. ये राष्ट्रद्रोह और राष्ट्र के अपमान जैसा गंभीर अपराध है. इसमें इस मामले में अभिनेत्री और भाजपा सांसद कंगना राणावत के खिलाफ राष्ट्रदोह और राष्ट्र अपमान का मुकदमा दर्ज कराने की मांग की है.
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