आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत ब्याज में विशेष छूट मिली है। बैंक के लोन से बी-पैक्स गोदाम बनवा रहे हैं। सरकार ने आमदनी बढ़ाने के लिए मौका दिया है।
आगरा, लखनऊ (उत्तर प्रदेश)
Society: आगरा की जिन बी-पैक्स (साधन सहकारी समितियों) में बन रहे गोदाम भ्रष्टाचार व फर्जीवाड़े के आरोप से चर्चाओं में हैं, वे बैंक से मिली लोन की धनराशि से बनाए जा रहे हैं। सरकार की आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत ये एक प्रतिशत ब्याज पर लोन मिली है। जनपद में अभी तक एक दर्जन गोदामों का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है तो वहीं बाकी पर कार्य चल रहा है। बता दें कि आर्थिक संकट से जूझ रहीं साधन सहकारी समितियों की आमदनी बढ़ाने के लिए सरकार ने आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत गोदाम निर्माण के लिए एक प्रतिशत की ब्याज दर पर विशेष लोन दी है। पहले चरण में जनपद की 21 समितियों पर 100-100 मीट्रिक टन क्षमता वाले गोदाम बनाए जा रहे हैं। इन गोदामों के बनने से किसानों को अनाज भंडारण की सुविधा मिल सकेगी। प्रभारी सहायक आयुक्त व सहायक निबंधक सहकारिता राकेश शंकर श्रीवास्तव ने बताया कि जनपद में 100 साधन सहकारी समिति (बी-पैक्स) हैं। इनमें काफी संख्या में घाटे से जूझ रही हैं। सरकार ने आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत प्रत्येक समिति को गोदाम बनाने के लिए लगभग 20 लाख रुपये तक का लोन जिला सहकारी बैंक से मिला है। इन 21 समितियों में गोदाम बनाने के लिए 41,256,726 रुपये करोड़ की धनराशि बैंक से मिली है। उन्होंने बताया कि गोदाम बनाने का कार्य वर्ष 2022 में शुरू हुआ था।
इन समितियों पर बन रहे गोदाम Warehouses are being built on these committees
आगरा में साधन सहकारी समिति मेवली, एमनपुरा, उन्देरा, तांसपुरा, रजपुरा, होलीपुरा जोगीपुरा, कोरई, डाबर, नगला अर्रूआ, बस्तई, टूलाशाहपुर, लखुरानी, सिकतरा, ककुआ, मिढ़ाकुर, मिहावा, सोन, जगनेर, रायभा, चमरौला और अभैदोपुरा में गोदाम बनाने का कार्य हो रहा है।
यहां गोदाम का कार्य हुआ पूरा Warehouse work completed here
प्रभारी सहायक आयुक्त व सहायक निबंधक सहकारिता ने बताया कि जनपद के मेवली, उन्देरा, कोरई, डाबर, नगला अर्रूआ, बस्तई, सिकतरा, मिढ़ाकुर, मिहावा, सोन, जगनेर, रायभा और अभैदोपुरा पैक्स में नये गोदाम निर्माण का कार्य पूरा हो चुका है।
पूर्ण कार्य को कितने मिले रुपये How many rupees did you get for the completed work?
प्रभारी सहायक आयुक्त व सहायक निबंधक सहकारिता ने बताया कि जिन-जिन पैक्स में गोदाम के निर्माण का कार्य पूरा हो गया है। उनमें अभी तक 15.88 लाख रुपये से 16 लाख रुपये तक की धनराशि तीन-तीन किश्तों में बैंक से मिल चुकी है।
कहां अधूरा और शुरू हुआ कार्य Where is the unfinished work and the started work
प्रभारी सहायक आयुक्त व सहायक निबंधक सहकारिता ने बताया कि एमनपुरा, तांसपुरा लैंटर लेवल तक पूर्ण हैं। लैंटर डालने की कार्यवाही शुरू हो गई है। रजपुर में लैंटर पड़ने के बाद प्लास्टर का कार्य हो चुका है। ककुआ में लैंटर पड़ने के बाद प्लास्टर का कार्य चल रहा है। होलीपुरा, लखुरानी में विंडो लेवल तक कार्य पहुंच गया है। टूलाशाहपुर में डीपीसी तक कार्य पूरा हो गया है। मिट्टी डलवाने का कार्य चल रहा है। चमरौला में डीपीसी तक कार्य हो चुका है। इससे ऊपर दीवारों बनाने का कार्य चल रहा है।
जनपद की 21 बी-पैक्स ने जिला सहकारी बैंक से आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत गोदाम निर्माण के लिए लोन लिया है। यह लोन एक प्रतिशत ब्याज पर बैंक से मिला है। इस लोन की धनराशि उक्त बी-पैक्स को स्वयं ही जमा करनी है। बी-पैक्स अपनी आमदनी से इस धनराशि को जमा करेंगी। सरकार की योजना का उद्देश्य है कि बी-पैक्स की आमदनी बढ़े। इसलिए बैंक से कम ब्याज पर लोन मिली है। किसानों के आरोप के संबंध में कहा कि डीएम शिकायत की जांच करवा रहे हैं। जांच रिपोर्ट में पूरी स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। धरना देने वाले किसान नेताओं से अनुरोध किया है कि जांच रिपोर्ट आने दें।
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