Shortage of DAP: सिंचाई विभाग की लापरवाही से किसानों को अपनी फसलों के बेहतर उत्पादन से हाथ धोना पड़ सकता है। यही डर किसानों को सता रहा है। डीएपी की किल्लत से जूझ रहे किसानों को फसलों की सिंचाई और खेतों के पलेवा के लिए समय पर भी नहीं मिलेगा तो उनकी सपने चकनाचूर हो सकते हैं। किसानों की इस समस्या को लेकर भारतीय किसान संघ ने बड़ा ऐलान कर दिया है। नहरों, रजवाहों, माइनरों में जल्दी पानी छोड़कर टेल तक नहीं पहुंचाया तो सिंचाई विभाग के कार्यालय का घेराव करके प्रदर्शन करेंगे।
आगरा/लखनऊ, उत्तर प्रदेश
Shortage of DAP: किसानों के लिए वैसे तो सभी सीजन महत्वपूर्ण होते हैं, लेकिन रबी सीजन उनकी सालभर की बजट व्यवस्था को मेंटेन करने में सबसे अधिक सहायक माना जाता है। इस सीजन में उगाई जाने वाली अन्न, दलहन, तिलहन की फसलों के उत्पादन से किसान अपने परिवार और पशुओं के लिए साल भर के लिए अनाज, सूखे चारे, तेल, खल, दालों का भंडारण करने के लिए गेहूं, जौ, सरसों, चना, मसूर, मटर, लहसुन और आलू जैसी फसलों में अधिक से अधिक उत्पादन करने को पूरी ताकत झोंक देता है। अपने खर्चों से बची धनराशि को जमा भी करता है, जो दूसरे सीजनों में फसलों के लिए काम आती है।
अभी रबी सीजन की फसलों की बुवाई और सिंचाई का समय चल रहा है। बात करें आगरा मंडल एवं आसपास के मंडलों में तो सरसों, आलू और गेहूं की फसलें बड़े रकबा में उगाई जाती हैं। सरसों और आलू की सिंचाई एवं गेहूं की बुवाई के काम में किसान लगे हैं। किसान एक तरफ डीएपी को लेकर परेशान हैं तो दूसरी तरफ नहरों, रजवाहों, माइनरों में पानी नहीं समय पर न मिलने से उनकी समस्या और बढ़ गई है। किसानों की समस्या को लेकर भारतीय किसान संघ ने कड़ी नाराजगी जताई है। संघ ने चेतावनी दी है कि जल्दी पानी नहीं छोड़ा गया तो सिंचाई विभाग का घेराव करके प्रदर्शन करेंगे।
Shortage of DAP: नवंबर माह में अभी तक नहरों में पानी नहीं (here is no water in the canals even in the month of November)
भारतीय किसान संघ के प्रदेश मंत्री मोहन सिंह चाहर रविवार को जनपद आगरा के आगरा टर्मिनल, मिढ़ाकुर माइनर, गोपऊ रजवाहा, मंडोली माइनर पर पहुंचे। उन्होंने किसानों से बात की और उनकी समस्याओं को जाना। चाहर को किसानों ने बताया कि एक दिन पानी छोड़कर बंद कर दिया गया है। फसल सूख रहीं हैं। ज्यादातर फसलों की सिंचाई और पलेवा इसी पानी पर निर्भर है। मोहन सिंह चाहर ने कहा है कि हर बार अक्टूबर महीना के अंतिम सप्ताह में नहरों की सफाई होकर किसानों को पानी मिल जाता था, लेकिन इस बार नवंबर महीने का तीसरा सप्ताह चल रहा है, लेकिन अभी तक किसानों को नहरों में पानी नहीं मिला है। एक महीने में भी नहरों की सफाई ठीक से नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि गोपऊ रजवाहा में घास भी साफ नहीं हुई है।
Shortage of DAP: सफाई के नाम पर धन का दुरुपयोग (Misuse of money in the name of cleaning)
सिंचाई विभाग द्वारा सफाई के नाम पर अधिकतर नहरों, रजवाहों और माइनरों में खानापूर्ति करके सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया गया है। उन्होंने कहा कि पानी के अभाव में किसानों की आलू, सरसों एवं अन्य फसलें सूख रही हैं। पानी की व्यवस्था न होने से किसान परेशान हैं। मोहन सिंह चाहन ने चेतावनी दी है कि अगर दो दिन में सभी नहरों में पानी नहीं छोड़ा गया तो किसान संघ सिंचाई विभाग का घेराव करेगा।
Shortage of DAP: भारतीय किसान संघ हर संघर्ष करेगा (Bhartiya Kisan Sangh will fight every battle)
मोहन सिंह चाहन ने कहा कि सोमवार को किसान संघ का प्रतिनिधिमंडल आगरा में सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता से मिलेगा। जनपद की सभी नहरों, रजवाहों और माइनरों में टेल तक शीघ्र पानी छोड़ने की मांग करेगा। किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए भारतीय किसान संघ हर संघर्ष करेगा।
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