DAP Fertilizer Overpricing: आगरा डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगाारी (Arvind Mallappa Bangari) ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि जिले में डीएपी की कालाबाजारी (black marketing) और ओवररेट बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जो भी ऐसा करेगा। उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज होगा। जिले में खाद के सही वितरण ओर कालाबाजारी रोकने के लिए सभी समितियों पर एसडीएम, तहसीलदार समेत 100 से अधिक अफसरों की ड्यूटी लगाई है। ये व्यवस्था 30 अक्टूबर तक लागू रहेगी। किसानों की खतौनी, आधार कार्ड और मोबाइल नंबर लेकर ही समितियों से डीएपी वितरित की जाएगी दें।
आगरा, उत्तर प्रदेश
DAP Fertilizer Overpricing : यूपी के आगरा में बीते दिनों डाई अमोनियम फॉस्फेट (Di Ammonium Phosphate) यानी डीएपी की किरावली मंडी के पास एक ट्रोला में खेप पकड़ी गई थी। डीएपी (DAP) को लेकर आगरा की तरह ही प्रदेश के अन्य जिलों में भी किल्लत और मारामारी है। जिसकी वजह से बाजार में डीएपी की कालाबाजारी हो रही है। खाद के थोक (Wholesale) विक्रेता और फुटकर खाद विक्रेता (retail fertilizer sellers) ओवररेट (Overpricing) पर किसानों को डीएपी बेच रहे हैं। जिसको लेकर आगरा मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी और आगरा डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगाारी बेहद सख्त हैं। आगरा डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगाारी के निर्देश पर जिले में ओवररेट पर डीएपी बेचने के मामले में थोक विक्रेता, फुटकर विक्रेता समेत तीन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। आगरा डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगाारी ने सख्त निर्देश दिए हैं कि, जिले में डीएपी की कालाबाजारी और ओवररेट बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जो ऐसा करेगा। उसके खिलाफ मुकदमा (FIR) दर्ज होगा। जेल भी जाएगा। इसके साथ ही आगरा डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगाारी ने जिले में खाद के वितरण (distribution of fertilizer) के लिए सभी समितियों पर एसडीएम, तहसीलदार समेत 100 से अधिक अफसरों की ड्यूटी लगाई है। उन्होंने सभी समिति के जिम्मेदार अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि किसानों से खतौनी, आधार कार्ड और मोबाइल नंबर लेकर ही खाद दें।
बता दें कि यूपी में रबी सीजन की फसलों (Rabi season crops) की बुवाई के चलते खाद (fertilizers) की मारा मारी है। जिसको लेकर आगरा मंडल के जिलों में भी डीएपी की किल्लत, कालाबाजारी और ओवररेट की शिकायतें आ रही हैं। जिसको लेकर पहले आगरा मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी (Agra Divisional Commissioner Ritu Maheshwari) ने सोमवार को आगरा की दो सहकारी समिति का निरीक्षण करके खाद वितरण की हकीकत जानी। जिसमें उन्होंने एक सचिव को निलंबित कर दिया। मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी ने मंगलवार को वर्चुअल बैठक में मंडल के चारों जिले के डीएम को सख्त निर्देश दिए हैं।
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DAP Fertilizer Overpricing 300 रुपये अधिक में डीएपी बेचते मिला (DAP found selling for Rs 300 more)
आगरा अरविंद मल्लप्पा बंगाारी के निर्देश पर एसडीएम अनिल कुमार व जिला कृषि अधिकारी विनोद कुमार सिंह की संयुक्त टीम ने शमसाबाद में जनता खाद भंडार पर मंगलवार शाम छापा मारा। पूछताछ में खाद विक्रेता ने बताया कि थोक विक्रेता भगवती ट्रेडर्स से अधिक रेट पर डीएपी मिली थी। इसलिए, मैं 300 रुपये अधिक में डीएपी बेच रहा हूं। इस पर टीम ने थोक विक्रेता भवानी ट्रेडर्स जीवनी मंडी और थोक विक्रेता जनता खाद भंडार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। जबकि, डीएपी का कीमत 1350 रुपये प्रति बोरी निधारित है। जबकि, जिले में डीएपी की बोरी 1650 रुपये प्रति बोरी बिकती मिली। जिस पर ये कार्रवाई की हुई है।
समिति लेखागार के खिलाफ मुकदमा (Case against committee accountant)
आगरा अरविंद मल्लप्पा बंगाारी ने बिना पोस मशीन के खाद बेचने पर जिले की अजनेरा सहकारी समिति के लेखागार राघव कृष्ण के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। आगरा डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगाारी के आदेश है कि जिले में डीएपी की कालाबाजारी और ओवर रेट की शिकायत पर किसी को भी बक्शा नहीं जाएगा। उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।
आगरा में 103 सहकारी समितियां (103 cooperative societies in Agra)
जिले में रबी सीजन की फसलों की बुवाई शुरू हो गई है। जिले में इस सीजम में आलू, सरसों और गेंहू की बुवाई की जाती है। जिसके लिए खाद की अधिक जरूरत होती है। जिले के किसान अधिकतर खाद तो सहकारी समिति से खरीदते हैं। आगरा की बात करें तो 103 सहकारी समितियां हैं। जिनके करीब 3 लाख से अधिक किसान सदस्य हैं। सरकार की ओर से डीएपी का मूल्य 1350 रुपये प्रति बोरी निर्धारित है। इसके बाद भी खुले बाजार में डीएपी 1600 से 1800 रुपये तक में बिक रही है। डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगाारी ने मंगलवार को किरावली में अभैदोपुरा, एत्मादपुर में हाजीपुरा व सैमरी समितियों पर निरीक्षण किया था। अभैदोपुरा में समित सचिव अनुपस्थित था। वहां पर मौजूद किसानों ने सचिव पर दो समितियों का चार्ज है। इस पर डीएम ने एआर कॉपरेटिव को फोन करके एक सचिव की अभैदोपुरा में तैनाती के निर्देश दिए। अन्य समितियों पर डीएम को सब ठीक मिला।
निरीक्षण पर उठ रहे सवाल (Questions being raised on inspection)
एसडीएम फतेहाबाद अनिल कुमार ने बताया कि 6 अक्तूबर को शमसाबाद में अजनेरा सहकारी समिति पर निरीक्षण के दौरान डीएपी बिक्री व स्टॉक रजिस्टर में गड़बड़ियां मिली थीं। समिति के लेखाकार राघव कृष्ण ने बिना पॉश मशीन के 447 बोरी डीएपी बेची थी। इस पर समिति लेखाकार राघव कृष्ण के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई है। मगर, इस मामले में सचिव के विरुद्ध कार्रवाई नहीं होने से निरीक्षण पर सवाल खड़े हो रहे हैं। इसमें समिति के सचिव की भूमिका भी संदिग्ध है।
4 जिलों में नोडल अधिकारी नामित (Nodal officers nominated in 4 districts)
आगरा मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी ने मंगलवार को मंडल के आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद व मैनपुरी के जिलाधिकारी और अधिकारियों की वर्चुअल बैठक ली। जिसमें उन्होंने आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद व मैनपुरी जिलों के लिए नोडल अधिकारी नामित किए हैं। जिसमें अपर आयुक्त डॉ. कंचन शरन को फिरोजाबाद, अपर आयुक्त मंजूलता को आगरा व अपर आयुक्त प्रशासन राजेश कुमार को मथुरा का नोडल अधिकारी बनाया है। इसके साथ ही मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी ने सहायक आयुक्त एवं निबंधक सहकारिता रविंद्र कुमार एवं क्षेत्रीय प्रबंधक उ.प्र. प्रादेशिक कॉपरेटिव फेडरेशन तरुणेश यादव के विरुद्ध कार्रवाई के लिए शासन को पत्र भेजने के निर्देश दिए हैं। जिससे अब दोनों अधिकारियों की विभागीय जांच हो सकती है।
डीएपी खरीद के लिए खतौनी आधार, मोबाइल नंबर जरूरी (Khatauni Aadhar, mobile number necessary for DAP purchase)
आगरा डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगाारी ने जिले की सहकारी समितियों से डीएपी खरीद के लिए मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी के निर्देश पर अब किसान की खतौनी, आधार कार्ड और मोबाइल नंबर अनिवार्य कर दिया है। बिना इन तीनों साक्ष्यों के डीएपी किसानों को नहीं मिलेगी। जिले में खेत के क्षेत्रफल आधार पर डीएपी खरीद की निर्धारित मात्रा दी जाएगी। डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने जिले में डीएपी की किल्लत को देखकर एडीएम, एसडीएम, तहसीलदार सहित 100 से अधिक अफसरों की ड्यूटी समितियों व बाजार में खाद विक्रेताओं की दुकानों पर लगाई है। जिससे किसानों को कोई दिक्कत ना हो। खाद का वितरण भी सही तरह से हो। जिले में 30 अक्तूबर तक यह व्यवस्था लागू रहेगी।
20 अक्टूबर तक आएगी डीएपी (DAP will arrive by 20 October)
आगरा डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने बताया कि जिले से अक्टूबर माह में 15 हजार टन की मांग भेजी गई थी। जिसमें करीब 3000 टन डीएपी जिले को मिल चुकी है। समितियों पर अगले 24 घंटे में 2700 टन डीएपी पहुंच जाएगी। 20 अक्तूबर तक 12 हजार मीट्रिक टन डीएपी और आ रही है। जिले की समितियों को पर्याप्त मात्रा में डीएपी उपलब्ध कराई जाएगी। किसानों को किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होने दी जाएगी। जिला कृषि अधिकारी विनोद कुमार सिंह ने बताया कि किसान अपनी जरूरत के हिसाब से ही डीएपी खरीदें। डीएपी का भण्डारण नहीं करें। जिले में हर माह की डिमांड के मुताबिक, डीएपी मिल रही है। नेनो डीएपी भी एक बेहतर विकल्प है। इसे भी खरीदें। इसका इस्तेमाल करने से बेहतर पैदावार मिलेगी।
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